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इंजीनियर सरपंच प्रवीण कौर के गांव की बात ही अलग है

Published - Thu 10, Sep 2020

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद हरियाणा की प्रवीण कौर ने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीतीं भीं। प्रवीण अपने गांव को देश का बेहतरीन गांव बनाने के प्रयास में हैं। उनके प्रयास की खूब तारीफ भी हो रही है।

Parveen Kaur

नई दिल्ली। हरियाणा में बेटियों की स्थिति एक समय ऐसी थी कि लोग वहां बेटियों पर लगी पाबंदियों को सुनकर सिहर जाते थे। शिक्षा से लेकर तमाम अन्य विषयों तक बेटियों को हक नहीं दिया जाता था। लेकिन आज हरियाणा की बेटियां शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, देश की राजनीति से लेकर गांव की राजनीति तक में अपना परचम लहरा रही हैं। हरियाणा के कैथल जिले के गांव ककराला कुचियां की युवा सरपंच प्रवीण कौर आज गांव की किस्मत बदलने में लगी हुई हैं। प्रवीण अपने गांव को देश का बेहतरीन और हाईटेक गांव बनाना चाहती हैं और बना भी रही हैं। प्रवीण के प्रयासोंको देखते हुए केंद्र सरकार उन्हें युवा सरपंच प्रधानमंत्री अवार्ड से भी सम्मानित कर चुकी है।

कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग
प्रवीण का अपने गांव से बेहद लगाव है। जब प्रवीण ने होश संभाला तो गांव की दुर्दशा देखकर उन्हें बेहद गुस्सा आता था। सड़कें खराब थीं, गांव में गंदगी का अंबार लगा रहता था। पीने का पानी नहीं था। प्रवीण ने मन में ठान लिया था कि खूब पढ़ेंगी और गांव के लिए कुछ करेंगी। पढ़ने में बचपन से ही होनहार रहीं प्रवीण ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की हैं। इसके बाद एक प्राइवेट कंपनी में अच्छे पैकेज की नौकरी शुरू का ऑफर मिलने के बाद भी उन्होंने नौकरी नहीं की। गांव की कायाकल्प करने का सपना देखा और गांव लौट आईं। साल 2016 में पंचायत चुनाव थे। उस दौरान गांव के ही कुछ लोग उनके पिता के पास पहुंचे और कहा कि गांव में कोई पढ़ा-लिखा नहीं हैं, तो क्यों न बिटिया को इस बार सरपंच का चुनाव लड़ाया जाए। शुरू में में खुद प्रवीण और पिता इसके लिए तैयार नहीं हुए लेकिन बाद में वो मान गईं और मात्र 21 साल की उम्र में उन्होंने हरियाणा की सबसे कम उम्र की सरपंच बनकर दिखाया और गांव की तस्वीर बदल दी।

समस्याओं की लिस्ट की तैयार हो शुरू किया काम
सरपंच बनने के बाद प्रवीण गांव को हाईटेक और सुंदर बनाने के प्रयास में जुट गईं। उन्होंने इसके लिए समस्याओं की एक लिस्ट तैयार की और एक-एक कर सारे काम निपटाती गईं। सबसे पहले सड़कें ठीक कराईं। पानी की किल्लत दूर करने के लिए वाटर कूलर लगवाए। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरा, रोशनी के लिए सोलर लाइट आदि लगवा दीं।