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मारिया अंटोनिटा अल्वा जिन्होंने पेरू को डूबने नहीं दिया

Published - Sun 30, May 2021

पेरु की वित्त मंत्री अंटोनिटा अल्वा पेरू की रॉकस्टार बन चुकी हैं। देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाकर उन्होंने महिला शक्ति का डंका बजा दिया है

 Maria Antonieta Alva

नई दिल्ली। उम्र मात्र 35 साल लेकिन हौसला और तर्जुबा कमाल। अपने देश के लिए हर समय तैयार रहने वाली पेरू की वित्त मंत्री मारिया अंटोनिटा अल्वा देश के प्रतिभाशाली लोगों में गिनी जाती हैं। ऐसे समय जब विश्व कोरोना संक्रमण के कारण परेशान है और आर्थिक स्थिति खराब हो रही है, तो अल्वा ने देश को बुरे हालातों से निकाल लिया है और अपनी नीतियों के दम पर पेरू अंतरराष्ट्रीय बाजार में बॉंड्स बेचने में सफल हुआ।
कम समय में ज्यादा काम और नाम
पिछले साल अक्तूबर के महीने में जब अंटोनिटा ने वित्त मंत्री का पद संभाला तो तो विश्व कोरोना की मार से जूझ रहा था। पद संभालते ही उन्होंने सुस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की सोचा। जल्दबाजी नहीं की। योजनाबद्ध तरीके से काम शुरू किया। देश-विदेश के अर्थशास्त्रियों से सलाह ली। अपनी कैबिनेट से विचार लिए। वे चाहती थीं कि नागरिकों को नागरिकों को कैश, सब्सिडी और सरकार की तरफ से बिजनेस लोन आसानी से मुहैया कराया जा सके।
मिली सफलता
अपनी योजनाओं को जब उन्होंने धरातल पर उतारा तो बाजार की स्थिति में सुधार होने लगा। अंटोनिटा ने स्वास्थ्य, शिक्षा आदि आधारभूत संरचनाओं के मदों में कटौती की, जिससे अर्थवयवस्था को पटरी पर लाया जा सके। उनके प्रयास से पेरू ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3 बिलियन डॉलर का बॉंड्स की बिकवाली की। इस तरह पेरू ने एक दशक के सबसे कम 2.2 फीसद वृद्धि दर को पार कर लिया।
महामारी में भी नहीं हारी
कोरोना महामारी में सरकार ने लॉकडाउन लगाया, लेकिन अंटोनिटा की कोशिश थी कि लोगों को रोग से बचाना और उद्योगों को भी संभाले रखना। महामारी से आई निराशा को दूर करने के लिए उन्होंने छोटे उद्योगों और नागरिकों के लिए महत्वकांक्षी राहत पैकेज का एलान किया है। इसका लाभ भी हुआ और बाजार गिरते-गिरते उठने लगे। आज पेरु में उनकी इमेज किसी रॉकस्टार से कम नहीं है। बेहद कम समय में उन्होंने अपनी काबलियत के दाम पर राष्ट्रपति की कैबिनेट में अहम जगह बना ली है।
प्यार से पेरू के लोग बुलाते हैं टोनी
देश को संभालने वाली अंटोनिटा को उनके देश के लोग प्यार से टोनी बुलाते हैं। बच्चे उनके साथ सेल्फी लेना चाहते हैं। लोग उनको देखते ही गर्व से भर जाते हैं। देश में वो कम उम्र की शीर्ष नेता हैं। उनको लेकर हार्वर्ड में उनके अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रिकार्डो कहते हैं कि कोरोना वायरस से उपजे हालात में अगर टोनी यहां नहीं होतीं, तो कुछ और नतीजे देखने को मिलते। टोनी ने सबकुछ अच्छे से संभाल लिया। रिकार्डो हाउसमन कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए संकट से उबरने के लिए पेरू सरकार के सलाहकार हैं।