पेरु की वित्त मंत्री अंटोनिटा अल्वा पेरू की रॉकस्टार बन चुकी हैं। देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाकर उन्होंने महिला शक्ति का डंका बजा दिया है
नई दिल्ली। उम्र मात्र 35 साल लेकिन हौसला और तर्जुबा कमाल। अपने देश के लिए हर समय तैयार रहने वाली पेरू की वित्त मंत्री मारिया अंटोनिटा अल्वा देश के प्रतिभाशाली लोगों में गिनी जाती हैं। ऐसे समय जब विश्व कोरोना संक्रमण के कारण परेशान है और आर्थिक स्थिति खराब हो रही है, तो अल्वा ने देश को बुरे हालातों से निकाल लिया है और अपनी नीतियों के दम पर पेरू अंतरराष्ट्रीय बाजार में बॉंड्स बेचने में सफल हुआ।
कम समय में ज्यादा काम और नाम
पिछले साल अक्तूबर के महीने में जब अंटोनिटा ने वित्त मंत्री का पद संभाला तो तो विश्व कोरोना की मार से जूझ रहा था। पद संभालते ही उन्होंने सुस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की सोचा। जल्दबाजी नहीं की। योजनाबद्ध तरीके से काम शुरू किया। देश-विदेश के अर्थशास्त्रियों से सलाह ली। अपनी कैबिनेट से विचार लिए। वे चाहती थीं कि नागरिकों को नागरिकों को कैश, सब्सिडी और सरकार की तरफ से बिजनेस लोन आसानी से मुहैया कराया जा सके।
मिली सफलता
अपनी योजनाओं को जब उन्होंने धरातल पर उतारा तो बाजार की स्थिति में सुधार होने लगा। अंटोनिटा ने स्वास्थ्य, शिक्षा आदि आधारभूत संरचनाओं के मदों में कटौती की, जिससे अर्थवयवस्था को पटरी पर लाया जा सके। उनके प्रयास से पेरू ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3 बिलियन डॉलर का बॉंड्स की बिकवाली की। इस तरह पेरू ने एक दशक के सबसे कम 2.2 फीसद वृद्धि दर को पार कर लिया।
महामारी में भी नहीं हारी
कोरोना महामारी में सरकार ने लॉकडाउन लगाया, लेकिन अंटोनिटा की कोशिश थी कि लोगों को रोग से बचाना और उद्योगों को भी संभाले रखना। महामारी से आई निराशा को दूर करने के लिए उन्होंने छोटे उद्योगों और नागरिकों के लिए महत्वकांक्षी राहत पैकेज का एलान किया है। इसका लाभ भी हुआ और बाजार गिरते-गिरते उठने लगे। आज पेरु में उनकी इमेज किसी रॉकस्टार से कम नहीं है। बेहद कम समय में उन्होंने अपनी काबलियत के दाम पर राष्ट्रपति की कैबिनेट में अहम जगह बना ली है।
प्यार से पेरू के लोग बुलाते हैं टोनी
देश को संभालने वाली अंटोनिटा को उनके देश के लोग प्यार से टोनी बुलाते हैं। बच्चे उनके साथ सेल्फी लेना चाहते हैं। लोग उनको देखते ही गर्व से भर जाते हैं। देश में वो कम उम्र की शीर्ष नेता हैं। उनको लेकर हार्वर्ड में उनके अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रिकार्डो कहते हैं कि कोरोना वायरस से उपजे हालात में अगर टोनी यहां नहीं होतीं, तो कुछ और नतीजे देखने को मिलते। टोनी ने सबकुछ अच्छे से संभाल लिया। रिकार्डो हाउसमन कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए संकट से उबरने के लिए पेरू सरकार के सलाहकार हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.