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कबाड़ प्लास्टिक को उन्नति ने बनाया कमाई का जरिया

Published - Fri 21, May 2021

इंदौर की उन्नति प्लास्टिक कचरे से स्टाइलिश फर्नीचर बनाती हैं। इसके पीछे पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने की सोच है।

unnati and suny

नई दिल्ली। प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करने के साथ-साथ हमारी सेहत पर भी गंभीर नुकसान डालता है। प्लास्टिक के होने वाले इस्तेमाल और इसके रिसाइकिल न होने की वजह से ये धीमा जहर हमारे जीवन में घुल रहा है। प्लास्टिक को रिसाइकिल करने और उससे बिजनेस जमाने के लिए इंदौर की उन्नति मित्तल और सनी मित्तल ने सोचा और उससे स्टाइलिश फर्नीचर बनाने का स्टार्टअप लगा दिया। नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के इन छात्रों के काम की खूब तारीफ भी हो रही है।
पर्यावरण को रखा ध्यान में
उन्नति और उनके साथी सनी ने पर्यावरण को बचाने की दिशा में सोचा और यूज हो चुके प्लास्टिक को कारोबार का रूप देने का सोचा। उन्होंने एक स्टार्टअप शुरू किया प्लामेंट। प्‍लास्टिक और मैनेजमेंट से मिलकर बना ये शब्द एक नई सोच के साथ रखा गया है। उन्नति का उद्देश्य प्लास्टिक के कचरे को खत्म करना और उससे सुंदर व आकर्षक उत्पाद बनाना था। प्लामेंट कम लागत और कम खर्च के सुंदर फर्नीचर बनाता है। जिनका इस्तेमाल घर के अंदर किया जाता है। ये फर्नीचर बेकार या फेंक दिए गए प्लास्टिक को शत प्रतिशत रिसाइकिल कर बनाया जाता है। इस उत्पाद की खास बात ये है कि अगर टूट जाए या खराब हो जाए, तो दोबारा रिसाइकिल कर उससे नया उत्पाद बनाया जा सकता है। उन्नति बताती हैं कि हैं कि उन्होंने कई बार देखा कि पर्यटकों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पैकेट फूड के प्लास्टिक के डिब्बे, पॉलिथिन यूं ही फेंक दिए जाते और ये पर्यावरण प्रदूषित करते और जानवर इन्हें खाते। सर्दियों में लोग हाथ तापने के लिए इनको जलाते तो इससे प्रदूषण होता। बस यहीं से सनी और उन्नति ने निर्णय लिया कि वो प्लास्टिक को रिसाइकिल करने वाला ही कोई बिजनेस शुरू करेंगे।
उन्नति बताती हैं, “हमने पहला प्रोटोटाइप अपने कैंपस, एनएमआईएमएस इंदौर में विकसित किया। प्रयोगशाला का उपयोग करने के लिए कॉलेज से स्पेशल परमिशन ली। कुछ महीनों की मेहनत के बाद प्लास्टिक से उत्पाद विकसित किया। प्रोटोटाइप सिंगल-यूज प्लास्टिक या लो-डेंसिटी पॉलीइथाइलीन से बना है। उनके बनाए उत्पाद का टेक्सचर काफी खूबसूरत हैं और विभिन्न बनावट और रंगों में उपलब्ध हैं। उत्पादों का आधार स्टेनलेस स्टील या लकड़ी है, जो उन्हें वजन और सपोर्ट देते हैं। वे कहते हैं कि लकड़ी का फर्नीचर महंगा भी है और उसे बनाने के लिए पेड़ों को भी काटना पड़ता है। जबकि प्लास्टिक के फर्नीचर से पर्यावरण को लाभ होता है। उन्नति कहते हैं कि कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण, मैन्युफैक्चरिंग को रोकना पड़ा। हालांकि प्लामेंट को नेत्रहीन बच्चों के एक स्कूल के लिए 120 टेबल का ऑर्डर मिला है और इसे जल्द से जल्द पूरा करने की योजना है।