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देश की सबसे अमीर महिला रोशनी नादर बनीं एचसीएल की चेयरपर्सन

Published - Sat 18, Jul 2020

रोशनी शुरू से ही कंपनी के रणनीतिक फैसलों में बड़ी भूमिका निभाती रही हैं और महज 28 साल की उम्र में सीईओ बनाया गई हैं। फोर्ब्स ने उन्हें 2017, 2018 और 2019 में दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं में शुमार किया है।

roshini nadar

नई दिल्ली। दिग्गज टेक कंपनी एचसीएल के संस्थापक शिव नादर ने जून तिमाही में बड़ा मुनाफा दिलाने के साथ ही शुक्रवार को चेयरमैन पद छोड़ दिया। उनकी इकलौती बेटी और देश की सबसे अमीर महिला रोशनी नादर अब कंपनी की कमान संभालेंगी। रोशनी 10 साल से कंपनी की सीईओ हैं। 
एचसीएल ने बताया कि निदेशक मंडल ने शिव नादर की जगह उनकी बेटी और कंपनी की गैर-कार्यकारी निदेशक रोशनी नादर मल्होत्रा को बोर्ड और कंपनी का अध्यक्ष चुना है। उनकी नियुक्ति शुक्रवार से प्रभावी है। शिव नादर फिलहाद मुख्य रणनीति अधिकारी के पद पर कंपनी के एमडी बने रहेंगे। कंपनी के रणनीतिक फैसलों में शुरू से ही बड़ी भूमिका निभाने वाली रोशनी को महज 28 साल की उम्र में सीईओ बनाया गया था। एक साल बाद ही कॉरपोरेशन की कार्यकारी निदेशक बन गईं। आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया के मुताबिक, 2019 में रोशनी की कुल संपत्ति 36,800 करोड़ थी और वह देश की सबसे अमीर महिला हैं। फोर्ब्स ने भी 2017, 2018 और 2019 में उन्हें दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं में शुमार किया है। रोशनी के पद संभालने के साथ ही शुक्रवार को कंपनी ने जून तिमाही में बंफर मुनाफे का एलान किया। एचसीएल को अप्रैल-जून में 31.7 बढ़त के साथ 2,925 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ है।

इन जिम्मेदारियों से रोशनी बढ़ाएंगी एचसीएल की चमक

  • एचसीएल कॉरपोरेशन की चेयरपर्सन, सीईओ और कार्यकारी निदेशक
  • एचसीएल सीएसआर कमेटी की चेयरपर्सन
  • शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी
  • ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी बच्चों की शिक्षा के लिए काम करने वाले विद्याज्ञान अकादमी की चेयरपर्सन

उपलब्धियां

  • 2014-19 तक वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने यंग ग्लोबल लीडर चुना
  • 2019 में होरेसिस ने इंडियन बिजनेस लीडर चुना
  • 2018 में फोर्ब्स ने दुनिया की 100 ताकतवर महिलाओं में शामिल किया
  • 2015 में यूएन की भागीदारी वाली वैश्विक इनोवेशन सम्मेलन में वर्ल्ड मोस्ट इनोवेटिव पीपुल का अवार्ड मिला 

मीडिया में नौकरी से एचसीएल प्रमुख तक चुनौतीपूर्ण सफर 

दिल्ली में स्कूली शिक्षा के बाद रोशनी ने अमेरिका की नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी से मास कम्यूनिकेशन में स्नातक किया और सीएनबीसी चैनल में इंटर्न के बाद लंदन के स्काई न्यूज में बतौर प्रोड्यूसर काम किया। पिता के कहने पर 2008 में भारत लौट आईं और कंपनी में हाथ बंटाने के लिए अमेरिका के केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से प्रबंधन के गुर सीखे। एचसीएल ज्वाइन करने से पहले उन्होंने अन्य कंपनियों में भी काम किया। 2009 में ही उन्हें एचसीएल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक और सीईओ बना दिया गया। 2013 में उन्हें एचसीएल टेक के बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया गया। चेयरपर्सन बनने से पहले ही रोशनी कंपनी के सभी महत्वपूर्ण फैसलों में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। उनके पति शिखर मल्होत्रा एचसीएल हेल्थकेयर के वाइस चेयरमैन हैं।

सामाजिक छवि...यूपी में गरीब बच्चों को दे रहीं मुफ्त शिक्षा

रोशनी नादर ने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए विद्याज्ञान लीडरशिप अकादमी बनाई है। यह संस्था पश्चिमी यूपी के बुलंदशहर में ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी बच्चों को मुफ्त शिक्षा देती है। उनका लक्ष्य तकनीक के जरिये अशिक्षा को खत्म करना है। रोशनी शिव नादर फाउंडेशन के एसएसएन इंस्टीट्यूट, स्कूल, किरन नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट्स के जरिये कला-संस्कृति को भी बढ़ावा दे रही हैं। वन्यजीव और संरक्षण के प्रति रूचि रखने वाली रोशनी ने 2018 में हैबिटेट्स ट्रस्ट बनाया जिसका वन्यजीवों और प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा है। 

नौकरी छोड़ खड़ी की 1.70 लाख करोड़ की कंपनी

तमिलनाडु के थूडुकुटी जिले में जन्मे शिव नादर ने पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी कोयंबटूर से इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में डिग्री हासिल की। 1967 में पुणे के वालचंद ग्रुप ऑफ इंजीनियरिंग से करिअर शुरू किया। कुछ समय बाद नौकरी छोड़ पांच दोस्तों के साथ टेलीडिजिटल कैलकुलेर बेचना शुरू किया। 1976 में हिंदुस्तान कंप्यूटर लिमिटेड (एचसीएल) शुरू किया और चार साल बाद सिंगापुर में शाखा खोलकर इसे वैश्विक कंपनी बना दिया। 1982 में कंपनी ने अपना पहला पीसी बाजार में उतारा। इसके बाद तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज एचसीएल टेक 9.9 अरब डॉलर की वैश्विक कंपनी है और 40 से अधिक देशों में कारोबार करती है। इसके अलावा शिक्षा व सामाजिक जगत में काम करने के लिए शिव नादर फाउंडेशन बनाया। समूह का कुल बाजार मूल्यांकन करीब 1.70 लाख करोड़ रुपये है।