शिवानी को बचपन से ही चीजों को संजोकर रखने की आदत है। पर इन्हें अपने से दूर रखना बेहद कठिन होता है। यही सोचकर उन्होंने इन चीजों को रेजिन के मॉडल में संरक्षित करना शुरू किया, जिन्हें हर वक्त अपने साथ रखा जा सकता है।
पेशे से आर्किटेक्ट, शिवानी वैष्णवी, कला और शिल्प में गहरी रुचि रखती हैं। हैदराबाद में जन्मी और वहीं पली-बढ़ी शिवानी ने वास्तुकला स्नातक किया। पढ़ाई के दौरान शिवानी ने रेजिन (कुछ वृक्षों से प्राप्त चिपचिपा पदार्थ) आधारित कलाकृतियों के बारे में काफी जानकारियां इकठ्ठा कीं। अपनी यादों को हर कोई संजोना चाहता है। इसलिए शिवानी ने इसे व्यावसायिक रूप देने के बारे में सोचा। वह चित्रकारी भी करती हैं, इसलिए उन्होंने रेजिन के आभूषणों के कुछ मॉडल बनाए, जिन्हें लोगों ने काफी पसंद किया। बाद में, शिवानी ने महसूस किया कि डिजिटल सॉफ्टवेयर पर लंबे समय तक खर्च करने के बजाय क्यों न चीजों को खुद बनाया जाए। शिवानी खुद कुछ यादगार चीजों को हमेशा के लिए संरक्षित करना चाहती थी, जिनमें पुडुचेरी के फूल, गोवा और अंडमान के समुद्र तट की रेत और कोच्चि से लाई गई पत्तियां शामिल थीं। इन्हें किताबों या बक्से में नहीं रखा जा सकता था। इसलिए इन्हें संरक्षित करने के लिए उन्होंने रेजिन के मॉडल का सहारा लिया। कुछ यूट्यूब वीडियो देखने और काफी मेहनत के बाद इस कला को किसी भी मॉडल में ढालना सीख लिया। और फिर चुंबक, पेंडेंट, फ्रिज मैग्नेट, बुकमार्क जैसी चीजों के साथ अपनी यादों को संरक्षित करना शुरू कर दिया। इसमें लगातार सफलता मिली, इसके बाद शिवानी ने रेजिन मॉडल पर आधारित मेमोरी प्रेजेंटर के काम को व्यावसायिक रूप दिया।
प्रकृति से प्रेरणा
शिवानी का यह व्यवसाय अच्छा चल रहा है। बीते कुछ दिनों में उन्होंने देश भर से मिले पांच सौ से अधिक ऑर्डर पूरे किए हैं। वह कहती हैं, मैं प्रकृति से प्रेरणा प्राप्त करती हूं। मैं जो भी बनाती हूं, वह आमतौर पर छोटा होता है। मैंने प्रकृति की शृंखलाओं पर कई कलाकृतियां तैयार की हैं। विगत जुलाई में मैंने प्रकृति से संबंधित महासागर शृंखला लॉन्च की, जिसे लोगों ने पसंद किया।
सावधानी जरूरी
अहम बात यह है कि नमी के साथ रेजिन पर अच्छी तरह से काम नहीं हो पाता है। इसलिए फूल, पत्तियों के साथ काम करते समय इसका ध्यान रखना होता है कि वे ठीक से सूख गए हों। सिलिका जेल से भरे बक्से में उन्हें रखने से नमी को अवशोषित करने और प्राकृतिक रंग को बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
आय का साधन
शिवानी अपने मॉडल के साथ अक्सर प्रयोग करती रहती हैं। इसके चलते उन्हें हर महीने 25 से 30 ऑर्डर मिलते रहते हैं। कुछ लोग उन्हें संरक्षण के लिए अपनी पसंदीदा की चीजें भेजते हैं, जिन्हें वह रेजिन के आधार में संरक्षित करके वापस भेज देती हैं। इनकी कीमत पांच सौ से लेकर पच्चीस सौ रुपये तक होती है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.