गाजियाबाद के मोदीनगर तहसील की एसडीएम और 2017 बैच की आईएएस अधिकारी सौम्या पांडेय ने बिटिया को जन्म देने के 22 दिन बाद ही अपना पदभार संभाल लिया। वह बिटिया को गोद में लेकर ही अपने कर्तव्य का पालन बखूबी कर रही हैं। सौम्या पांडेय ने एक बड़ी मिसाल कायम की है, जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है।
नई दिल्ली। मोदीनगर की एसडीएम के पद पर तैनात आईएएस सौम्या पांडेय ने कोरोना काल में एक प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया है। बड़ी बात यह है कि उन्होंने इस कोविड 19 महामारी के भयानक दौर में अपनी जिम्मेदारी समझते हुए महज 22 दिन बाद ही कार्यालय पहुंचकर अपना पदभार संभाल लिया। अपनी देखरेख के साथ-साथ बिटिया की भी पूरी तरह देख रेख करते हुऐ अपने काम पूरी जिम्मेदारी से कर रही हैं।
मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं
मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली सौम्या पांडेय 2017 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। फिलहाल गाजियाबाद में मोदीनगर एसडीएम के पद पर तैनात हैं। सौम्या पांडे ने नियुक्ति के बाद से ही इस कोरोना काल में भी बखूबी अपने कर्तव्य को निभाया है। उन्होंने इसी दौरान एक बिटिया को जन्म दिया। सौम्या ने बिटिया को जन्म देने के बाद सिर्फ 22 दिन का अवकाश लिया और फिर से अपना कार्यभार संभाल लिया है। अब वह अपने ऑफिस में बेटी को गोद में लेकर काम करते हुई दिखाई देती हैं।
बच्ची को ध्यान में रखकर बरतती हैं जरूरी सावधानियां
आईएएस सौम्या पांडे ने बताया कि जिस पद पर उन्हें रखा गया है उसके साथ इंसाफ करना उनकी जिम्मेदारी है। कोरोना के दौरान भी वह कई अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर चुकी है। कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए वह अपने साथ-साथ बच्ची का भी विशेष ध्यान रखती हैं। सभी फाइलों को भी वह बार-बार सैनिटाइज करती हैं।
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने दिया बहुत साथ : सौम्या
बतौर सौम्या गर्भावस्था के दौरान से ही गाजियाबाद जिला प्रशासन का उन्हें बड़ा सहयोग मिला है और सभी अधीनस्थ कर्मचारियों ने भी उनका भरपूर साथ दिया है। समय पर सभी काम पूरे किए हैं। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने उनका एक परिवार की तरह साथ दिया है, इसलिए अब उनका कर्तव्य बनता है कि वह मां के धर्म को निभाते हुए अपनी जिम्मेदारी भी निभाएं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.