दिल्ली पुलिस में तैनात सब इंस्पेक्टर किरण सेठी जीबी रोड थाना दिल्ली में तैनात हैं और वहां के सेक्स वर्करों और उनके बच्चों का जीवन संवारने में जुटी हैं।
नई दिल्ली। स्लम एरिया या रेड लाइट एरिया में ड्यूटी लगते ही पुलिसवाले खुश हो जाते हैं कि अलग-अलग स्रोतों से उनकी आय बढ़ेगी और काम भी कम करना पड़ेगा। लेकिन दिल्ली की एक ऐसी महिला सब-इंस्पेक्टर हैं, जो रेड लाइट एरिया में ड्यूटी लगने के बाद सेक्स वर्करों के जीवन और उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने की दिशा में काम कर रही हैं।
लेडी सिंघम के नाम से हैं मशहूर
दिल्ली पुलिस के जीबी रोड थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर किरण सेठी दिल्ली की बदनाम गलियों में रहने वाली औरतों की जिंदगी संवार रही है और क्षेत्र में लेडी सिंघम के नाम से जानी जाती हैं। 2019 में किरण सेठी का इस थाने में ट्रांसफर हुआ। उन्होंने अपराधियों और अपराध का इलाके से सफाया करना शुरू किया। वह 24 घंटे लोगों की मदद करने को तैयार रहती हैं।
थामा सेक्स वर्करों का हाथ
किरण ने जीबी रोड की सेक्स वर्करों का हाथ तब थामा, जब देशभर में लॉकडाउन लगा और सेक्स वर्कर्स पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा। किरण ने सभी के हेल्थ चेकअप कराए और आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए। साथ ही योगा की क्लास भी आयोजित कराना शुरू किया। कई बच्चियों को सेक्स रैकेट के चंगुल से भी आजाद कराया। वो बच्चियां अब चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी में रहकर पढ़ रही है और अपने सपने को साकार करने में जुटी है। किरण सेक्स वर्कर्स के बच्चों की स्कूल फीस भी भरती हैं और उनकी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करती हैं। जूडो में ब्लैक बेल्ट किरण अब तक 6 लाख से अधिक लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखा चुकी हैं। 2015 में महिला दिवस के अवसर पर पूर्व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें सम्मानित भी किया था।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.