लड़कियों पर फब्तियां कसने वाले मनचलों को पुलिस पहले तो चेतावनी देते हुए रेड कार्ड जारी करेगी, लेकिन अगर दूसरी बार ये शोहदे ऐसा करते पकड़े गए तो उन पर आपराधिक केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस रेड कार्ड में यह दिखाया जाएगा कि महिला का पीछा करने, उस पर आपत्तिजनक फब्तियां कसना अपराध हैं और इसके लिए वह जेल जा सकता है।
नोएडा। सड़कों पर और पब्लिक प्लेस में महिलाओं को छेड़ने वालों की अब खैर नहीं। नोएडा पुलिस ने ऐसे शोहदों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। लड़कियों पर फब्तियां कसने वाले मनचलों को पुलिस पहले तो चेतावनी देते हुए रेड कार्ड जारी करेगी, लेकिन अगर दूसरी बार ये शोहदे ऐसा करते पकड़े गए तो उन पर आपराधिक केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस रेड कार्ड में यह दिखाया जाएगा कि महिला का पीछा करने, उस पर आपत्तिजनक फब्तियां कसना अपराध हैं और इसके लिए वह जेल जा सकता है। इसके लिए एंटी रोमियो स्क्वाड को प्रभावी बनाया जा रहा है, जिसके तहत पुलिस ‘फीड बैक’ अभियान शुरू कर रही है। स्कूलों व कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को पुलिस द्वारा एक फार्म दिया जा रहा है, जिसमें वह फीडबैक देंगी और उन क्षेत्रों को चिह्नित करेंगी, जहां उनसे छेड़छाड़ की अधिक संभावनाएं रहती हैं। छात्राओं द्वारा बताए गए छेड़छाड़ वाले स्थानों पर सादी वर्दी में महिला सिपाहियों को तैनात कर मनचलों को सबक सिखाया जाएगा।
मनचलों को मिलेगा रेड कार्ड
आपने फुटबाल के मैच में देखा होगा कि जब कोई खिलाड़ी गलती करता है तब रेफरी उसे रेड कार्ड जारी करता है, नोएडा पुलिस भी उन मनचलों को रेड कार्ड जारी करेगी जो पब्लिक प्लेस या स्कूल-कालेजों में महिलाएं पर फब्बितयां कसते हैं, उनसे छेड़छाड़ करते हैं। पहले चरण में पुलिस ऐसे मनचलों को रेड कार्ड देकर चेतावनी देगी। इस रेड कार्ड में उसका नाम, मोबाइल नंबर व पता सहित कई अन्य जानकारियां होंगी। टीम किसी भी शख्स से सवाल कर सकती है जो इस तरह की गतिविधियां करते पाए जाएंगे। यही नहीं, पुलिस कभी भी उससे संपर्क कर सकती है। रेड कार्ड का डाटा पुलिस के पास सुरक्षित होगा। वहीं,
रेड कार्ड मिलने के बाद भी दोबारा पकड़े जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसपी विनीत जायसवाल का कहना है, ‘रेड कार्ड जारी करना एक जरूरी कदम है, जिससे मौखिक और अमौखिक रूप से महिलाओं को प्रताड़ित करने वालों को चेतावनी दी जाएगी। इस कार्ड में शख्स का पूरा विवरण होगा, जिसमें उसका पता और फोन नंबर भी होगा। इसे भविष्य के रिकॉर्ड के लिए सुरक्षित रखा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। अगर वह शख्स दोबारा इसी तरह का अपराध करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस रेड कार्ड में यह दिखाया जाएगा कि महिला का पीछा करने, उस पर आपत्तिजनक फब्तियां कसना अपराध हैं और इसके लिए वह जेल जा सकता है।
फीडबैक फॉर्म का वितरण
यूपी पुलिस का कहना है कि एंटी रोमियो स्क्वाड टीमों की मीटिंग कर टीमों को अधिक प्रभावशाली बनाने हेतु यह एक अभिनव प्रयोग की शुरुआत है, जिसके अंतर्गत स्कूल कॉलेजों में जाकर प्रधानाचार्य/ प्रबंधकों के माध्यम से फीडबैक फॉर्म को छात्राओं के बीच वितरित करा के उनके बहुमूल्य सुझाव लिए जाएंगे। पुलिस ने बृहस्पतिवार से स्कूलों और कॉलेजों में इन फीडबैक फॉर्म का वितरण शुरू कर दिया है। इस फार्म में महिलाओं से सुझाव मांगे गए हैं कि वह उन क्षेत्रों के बारे में बताएं, जहां एंटी रोमियो स्क्वाड की जरूरत है। आगामी सप्ताह में पुलिस इन क्षेत्रों का आकलन करेगी और वहां एंटी रोमियो स्क्वाड की तैनाती करेगी।
जगहों को करेंगे चिह्नित
जायसवाल ने कहा, ‘ऐसे समय में जब महिलाएं स्कूल, कोचिंग सेंटर और कॉलेजों से पैदल घर लौटती हैं और उनका उत्पीड़न करने के लिए लोग वहां पहले से ही घूमने लगते हैं। इस फीडबैक फॉर्म से हमें इस तरह के क्षेत्रों को पहचानने में मदद मिलेगी ताकि हम वह कड़ी निगरानी रख सके।’ उन्होंने बताया कि हर टीम में कम से कम एक सब इंस्पेक्टर, दो पुरुष और दो महिला कॉन्स्टेबल होंगी। पुलिसकर्मी गश्ती के दौरान खाकी और सादी दोनों वर्दियों में रहेंगे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.