देहरादून की शिल्पा ने अपने स्वरोजगार को ही रोजगार बना लिया और आज वो उत्तराखंड की सफल बिजनेस वुमेन के तौर पर जानी जाती हैं। उनका अपना एक प्रोडक्शन हाउस और रेस्तरां चल रहे हैं।
देहरादून। शिल्पा बहुगुणा की उम्र महज 25 साल है, लेकिन इतनी कम उम्र में शिल्पा ने सफलता की जो ऊचांईयां छूई हैं। देहरादून में 'पिज्जा इटालिया' नाम से पिज्जा चेन चलाने वाली शिल्पा आज उत्तराखंड का एक नामी चेहरा हैं। अपने प्रयासों से वो आज पहाड़ के सौ से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा रही हैं। कम उम्र में कई पुरस्कार अपने नाम कर चुकीं शिल्पा की कहानी भी बेहद फिल्मी ही है।
देहरादून के समर वैली ब्रुकलिन स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद शिल्पा ने देहरादून से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके बाद कई प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया माध्यमों में काम करने के बाद उन्होंने सोचा कि उन्हें कुछ बड़ा करना है और शिल्पा ने अलग राह पकड़ ली। शिल्पा ने अपना प्रोडक्शन हाउस खोला और पानी बचाने पर एक डॉक्यूमेंट्री तैयार की। जिसके लिए उन्हें राज्यपाल द्वारा बेस्ट फिल्म प्रोडयूसर का पुस्कार मिला। पर शिल्पा की राह यहीं नहीं थमी, शिल्पा ने अपने बिजनेस में हाथ आजमाने की ठानी और देहरादून के क्लेमेंटाउन क्षेत्र में अपनी रेस्तरां चेन शुरू की। इडली बार से शुरू किए इस रेस्तरां ने धीरे-धीरे अपनी पहचान बना ली। इसके बाद शिल्पा ने 'पिज्जा इटालिया' के नाम से एक पिज्जा आउलेट शुरू किया और वो हिट हो गया। आज शिल्पा देहरादून और मसूरी में अंग्रेजी बीट नाम से एक फूड आउलेट भी चला रही है, जो खूब फेमस है।
शिल्पा बनी एक मिसाल
पहाड़ की इस बेटी की एक कोशिश ने सफलता के पायदान चढ़े और आज शिल्पा किसी पहचान की मोहताज नहीं है। शिल्पा आज अपने फूड आउटलेट के माध्यम से सैंकड़ों लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा रही हैं। शिप्ला का मानना है कि अगर आपके अंदर हुनर और लगन है, तो आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकता। उनकी सफलता का ग्राफ दिनों-दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है और आज वो उतराखंड की सफल बिजनेस वुमेन के नाम से जानी जाती हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.