विद्या ने अपने फेसबुक पेज पर एक संदेश साझा करते हुए कहा कि वह ट्रिंग प्लेफार्म के साथ मिलकर अतिरिक्त 1000 पीपीई किट्स के लिए पैसा जुटाएंगी। ट्रिंग के जरिये इस अभियान से जुड़ने वालों को विद्या धन्यवाद का एक निजी संदेश भेजेंगी।
मुंबई। बॉलीवुड की अभिनेत्री विद्या बालन ने देशभर में कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 1000 निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) दान करने का एलान किया है। विद्या ने अपने फेसबुक पेज पर एक संदेश साझा करते हुए कहा कि वह ट्रिंग प्लेफार्म के साथ मिलकर अतिरिक्त 1000 पीपीई किट्स के लिए पैसा जुटाएंगी। ट्रिंग के जरिये इस अभियान से जुड़ने वालों को विद्या धन्यवाद का एक निजी संदेश भेजेंगी। इसके साथ ही उनसे बात दो मिनट की वीडियो कॉल करने का मौका भी मिल सकता है।
अपने वीडियो संदेश में विद्या ने कहा, कोरोना वायरस से लड़ रहे हमरे डॉक्टर उन सैनिकों की ही तरह हैं जो हमारे लिए बॉर्डर पर लड़ रहे हैं। जैसे हम अपने सैनिकों के लिए हथियार उपलब्ध कराते हैं वैसे ही हमें अपने डॉक्टरों के लिए भी कोरोना से लड़ाई में जरूरी सामान उपलब्ध कराना चाहिए। हमारे यहां अस्पतालों में पीपीई किट की भारी कमी है। जिसके चलते बहुत से अस्पताल अपनी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर पा रहे हैं। इसे बदलने के लिए अब मेरे साथ जुड़िए। मैं देश भर के अस्पताल और चिकित्सा कर्मचारियों को 1000 पीपीई किट्स दान कर रही हूं। इसके अलावा 1000 और पीपीई किट के इंतजाम के लिए पैसा एकत्रित कर रही हूं।
विद्या ने बताया कि मदद करने वाले सभी लोगों का वह खुद वीडियो के माध्यम से आभार व्यक्त करेंगी। इसके साथ ही विद्या बालन के साथ 2 मिनट वीडियो कॉल करने का मौका भी मिल सकता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पीपीई की कीमत 650 रुपये है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.