कैंसर जैसी बीमारी से जंग जीत चुकीं लेखिका व फिल्मकार ताहिरा कश्यप कहती हैं-मैंने एक मिनट के लिए भी दुखियारी जैसा महसूस नहीं किया और मैं सबसे यही कहना चाहूंगी कि हमें विक्टिम जैसा नहीं महसूस करना चाहिए। अपनी जिंदगी के ड्रामे के हीरो हम खुद हैं। एक मुश्किल आई है, उससे लड़ो और जीतो...
ताहिरा कश्यप बॉलीवुड के मशहूर एक्टर आयुष्मान खुराना की पत्नी है। लेकिन इस वाक्य से उनका परिचय पूरा नहीं होता, बल्कि उनकी जिंदगी में जब हमने झांका तो ताहिरा का एक ऐसा खूबसूरत रूप सामने आया कि वह खुद रियल जिंदगी की हीरोइन के तौर पर नजर आईं। एक बेटी और एक बेटे की मां ताहिरा को अचानक एक दिन पता चला कि उन्हें कैंसर है। किसी भी व्यक्ति के लिए वे पल असहनीय होते हैं जब उन्हें पता चले कि वह एक कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से ग्रस्त हो चुके हैं। खासकर किसी महिला को पता चले कि उसे ब्रेस्ट कैंसर हो गया है और उस हिस्से को अब उसके शरीर से काटकर अलग करना पड़ेगा। ताहिरा के लिए भी उन पलों को जीना आसान नहीं था जब डॉक्टर ने उनको बताया कि उनको ब्रेस्ट कैंसर हैं। ये सब सुनकर ताहिरा ने बड़ी हिम्मत से काम लिया। 22 सितंबर, 2018 में ताहिरा ने सोशल मीडिया पर बताया था कि उनके दाएं स्तन में डीसीआईएस (डक्टल कार्सिनोमा इन सीचु) के लक्षण पाए गए हैं। नवंबर में मास्टेक्टॉमी कराने के बाद वे काम पर लौट आईं।
दुनिया को जागरुक करने का लिया फैसला
ताहिरा ने अपनी बीमारी को छुपाया नहीं, बल्कि वे हर उस मंच पर पहुंची, जहां उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में खुलकर बात की। इस बारे में खुद ताहिरा ने बताया, मुझे डॉक्टर ने बताया कि काफी औरतें मैमोग्राम्स के लिए आती ही नहीं हैं। अगर किसी को कैंसर हो जाए तो काफी औरतें दुनिया से छुप जाती हैं, जॉब्स छोड़ देती हैं, जीना ही छोड़ देती हैं, पर क्यों? मैंने इस दौरान कभी छुट्टी नहीं ली। मैं रोज ऑफिस जाती थी, काम करती थी। औरतों को यह नहीं सोचना चाहिए कि यह हो गया तो जिंदगी खत्म हो गई। इसीलिए मुझे लगा कि मुझे इस पर बात करनी है, मुझे ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरुक करना है, मुझे यह मेसेज देना है कि खुद से प्यार करो। बाल हो या न हों आपको खुद से प्यार होना चाहिए। यह थोड़ा अजीब है, लेकिन मुझे अपने आप से वाकई ज्यादा प्यार तब हुआ, जब मेरे बाल नहीं थे।
पॉजिटिव एटिट्यूड अपनाकर किया बीमारी का सामना
सोशल मीडिया में ताहिरा ने अपनी केशरहित कई तस्वीरें शेयर कीं और लिखा, 'जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव आते हैं, जिन्हें हमें हर हाल में स्वीकार करना चाहिए। लंबे और खूबसूरत बाल जो कि सुंदरता बढ़ाते हैं.. से लेकर गंजे होने और फिर से छोटे बालों तक मैंने हर फेज को खुलकर जिया है। मैं नहीं जानती कि मैं फिर से वैसे लंबे बाल रख पाऊंगी या नहीं, लेकिन किसी भी हाल में मैं अपना चेहरा नहीं छुपाऊंगी। मैंने अपना खुद का नजरिया बदल लिया है और मेरी सबसे बड़ी जीत है अपने 7 साल के बेटे का नजरिया बदलना, जो कि अगली पीढ़ी है।' ताहिरा ने आगे लिखा, 'जब मैंने अपने बाल खोए तब मैं कैप खोजती जिसे जल्दी से अपने सर पर लगा सकूं। लेकिन फिर मैंने इसे गर्व से अपने दोस्तों को दिखाया जब मैं पूरी तरह से गंजी हो गई थी और अब जब मेरे छोटे बाल हैं। इन सब में मुझे लगता है कि मैं एक बदलाव का हिस्सा हूं। ये पोस्ट सभी महिलाओं के लिए है। आप सभी हर हाल में बहुत खूबसूरत हैं।'
बेटे का नजरिया बदला
ताहिरा कहती हैं कि उनको इस बात का एहसास तो था कि उनके बाल झड़ रहे हैं, लेकिन वो बाल्ड होना नहीं चाहती थीं। जब मेरे बेटे ने मुझे देखा तो उसने कहा कि मैंने मर्दों को गंजा होते देखा है, लेकिन मां ने ऐसा क्यों किया है। फिर उसने कहा कि आप मेरे दोस्तों से मत मिलिएगा। पर मैंने उल्टा किया और मैं उसके दोस्तों से मिली और उनके साथ में कुछ पल भी बिताए। इसके बाद सब कुछ नॉर्मल हो गया था। उस दिन मैंने उनके सामने खूबसूरती की एक अलग परिभाषा गढ़ी।
विश्व कैंसर दिवस पर दिखाया अपना जख्म
मास्टेक्टोमी (स्तन को काटकर हटाना) की प्रक्रिया से गुजर चुकीं ताहिरा का कहना है कि जब तक हम अपनी बीमारी पर खुलकर बात नहीं करेंगे तो लोगों को जागरुक कैसे करेंगे। इसी सोच के चलते ताहिरा ने सोशल साइट पर अपनी टॉपलेस तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें उनकी कैंसर सर्जरी का जख्म साफ दिखाई पड़ रहा था। ताहिरा ने अपनी इस तस्वीर को कैंसर से जूझ रही अन्य महिलाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से शेयर किया था।
द लॉकडाउन टेल्स' पर बना रहीं सीरीज
ताहिरा लेखिका व फिल्मकार भी हैं। उन्होंने 'पिन्नी' नाम की एक शॉर्ट फिल्म का भी निर्देशन किया है, जिसमें दिग्गज अभिनेत्री नीना गुप्ता हैं। इन दिनों ताहिरा एक नए सीरीज बना रही हैं, जिसका शीर्षक 'द लॉकडाउन टेल्स' है। कोरोनावायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए देशभर में सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन में लोगों के मूड को कुछ ठीक करना ही इस सीरीज का मकसद है। इस सीरीज में यह दिखाया जाएगा कि लॉकडाउन से लोगों की जिंदगी किस तरह से प्रभावित होती है और इस दौरान उनकी रोजमर्रा की जिंदगी किस तरह से कटती है। इस वीडियो सीरीज को ताहिरा के सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया जाएगा। उन्होंने हाल ही में इसकी पहली कहानी पोस्ट कीं, जिसका शीर्षक रहा '6 फीट दूर। ताहिरा कहती हैं, मैं लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी से इन खास कहानियों को लाकर बेहद रोमांचित हूं। ये इस मुश्किल घड़ी में मानवता के बारे में कुछ बेहद साधारण सी कहानियां हैं। मुझे लिखना पसंद है और बिना किसी योजना के ही इन कहानियों की शुरूआत हो गई। इसमें हमारी ही कहानियां है और इस वक्त हमें इसका ही आनंद उठाने की आवश्यकता है।
प्रस्तुति ः सुनीता कपूर
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.