Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

यास्मीन चौहान को देखकर छूट जाते हैं अच्छे-अच्छों के पसीने

Published - Sun 07, Mar 2021

'आयरन लेडी' के नाम से मशहूर गुड़गांव की यास्मीन चौहान देश की प्रमुख महिला बॉडी बिल्डर में से एक हैं। पिछले बीस सालों से जिम में पसीना बहा रहीं यास्मीन कई अवार्ड भी जीत चुकी हैं।

नई दिल्ली। अखाड़े में दम लगाना, जिम में पसीना बहाना इसे पुरुषों से जोड़कर देखा है, लेकिन आज महिलाएं भी इसमें अपना दम दिखा रही हैं। गुड़गांव की रहने वाली यास्मीन चौहान उन्हीं में से एक हैं। परफेक्ट बॉडी बिल्डर यास्मीन की खूबसूरती और पर्सनेल्टी को देखकर अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते हैं। मिस इंडिया प्रतियोगिता में  विमेन्स फिजिक और फिटनेस में दो गोल्ड मेडल जीत चुकी यास्मीन 2016 में इंडियन बॉडी बिल्डिंग एंड फिटनेस फेडरेशन से मिस इंडिया का खिताब भी हासिल कर चुकी हैं। वहीं चीन में पचास वीं एशियाई बॉडी बिल्डिंग एंड फिटनेस प्रतियोगिता में भी उन्होंने कांस्य जीता 2018 में मिस ओलंपिया एमेच्योर खिताब की विजेता रहीं।
बीस सालों से बहा रही हैं पसीना
दो दशक से बॉडी बिल्डिंग कर रहीं यास्मीन खुद का जिम चलाती हैं और ट्रेनिंग देती हैं। बचपन में वो बहुत पतली थी जिस कारण लोग उन्हें चिढ़ाते भी थे। लोग उन्हें बदसूरत कहते। हंसने पर वो कुछ नहीं कर सकती थीं। उन्होंने अपनी मेहनत से खुद को फिट किया और वेटलिफ्टिंग को अपना करियर बनाया। उन्होंने ‘स्कल्प्ट’ नाम से साल 2003 में यास्मीन ने अपना एक एरोबिक स्टूडियो खोला था, इसके बाद साल 2007 में उन्होंने अपना बिजनेस बढ़ाते हुए उसमें जिम खोला। यास्मीन अपने जिम में हर महीने करीब तीन सौ लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग देती हैं। अपनी मेहनत से ऐसी बॉडी बनाई कि देश के अलावा विदेश में भी अपना नाम कमाया है।

आयरन वुमेन के नाम से हैं फेमस
बॉडी बिल्डिंग की दुनिया में नाम और पहचान बनाने वाली यास्मीन को आज आयरन वुमेन के नाम से जाना जाता है। यास्मीन वेटलिफ्टिंग वे 66 किलो की शेप में रहते हुए भी भारी वेट उठा सकती हैं। यास्मीन का जीवन बेहद संकट भरा रहा। जब वो 21 साल की थीं, तो उनके मां-बाप का तलाक हो गया। वजन कभी कम कभी ज्यादा होने से परेशान होकर उन्होंने फिट रहने के लिए बॉडी बिल्डिंग चुनी और अपना मुकाम बनाया। बॉडी बिल्डर होने के साथ-साथ काफी खूबसूरत भी हैं।