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महिलाओं के प्रति अपराध रोकने के लिए योगी ने बनाई महिला अफसरों की टीम

Published - Mon 10, Jun 2019

-एडीजी नीरा रावत, रेणुका मिश्रा, अंजू गुप्ता और तनुजा श्रीवास्तव को दी गई दो-दो जोन की जिम्मेदारी - हर रेंज में 10-10 मामले चिन्हित कर फास्ट ट्रैक अदालतों में चले मुकदमा -एंटी रोमियो स्क्वायड को फिर से किया जाए सक्रिय -टप्पल की घटना को लेकर भी मुख्यमंत्री गंभीर, अधिकारियों के दिए सख्त निर्देश

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लखनऊ। अलीगढ़ के टप्पल में नाबालिग के साथ हुई बर्बरता और प्रदेश में महिलाओं के प्रति अचानक बढ़े अपराध की घटनाओं को लेकर चिंतित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा फैसला लिया है। उन्होंने चार वरिष्ठ महिला अधिकारियों को दो-दो जोन की जिम्मेदारी सौंपी है। यह अधिकारी आवंटित किए गए अपने-अपने जोन के जिलों में बालिकाओं व महिलाओं से संबंधित जघन्य अपराध की घटनाओं में हुई कार्रवाई, अभियोजन की स्थिति और पाक्सो एक्ट के मामलों की निगरानी करेंगी।
    बीते चार दिनों से टप्पल में हो रहे बवाल और अन्य जिलों में हुई महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाओं को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया। बैठक में प्रदेश की चार वरिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारियों को भी बुलाया गया था। मुख्यमंत्री ने इन महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी और अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के प्रत्येक रेंज में महिलाओं से संबंधित जघन्य अपराध के कम से कम 10-10 मामले चिन्हित कर उन्हें फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं से जुड़ी उत्पीड़न की घटनाओं पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। प्रत्येक थाना क्षेत्रों में महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ अपराधों में शामिल लोगों को चिन्हित कर उन्हें पाबंद किया जाए साथ महिलाओं और बालिकाओं से छेड़खानी करने और उन्हें परेशान करने वालों से भी सख्ती से निपटा जाए।

और अधिक सक्रिय किए जाएं एंटी रोमियो स्क्वायड और यूपी 100
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यूपी 100 और एंटी रोमियो स्क्वायड को और अधिक सक्रिय किया जाए। उन्होंने बीट पुलिसिंग और फूट पेट्रोलिंग पर विशेष जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि एंटी रोमियो स्क्वायड की कार्रवाई को पूरे जून माह में अभियान के रूप में चलाया जाए। भीड़-भीड़ वाले इलाकों और बाजारों में इनकी विशेष ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि किसी को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए।

फील्ड में निकलें जोन और रेंज के अफसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावी पुलिसिंग और अपराध नियंत्रण के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्षेत्र का भ्रमण जरूरी है। इसके लिए एडीजी जोन, आईजी व डीआईजी रेंज खुद फील्ड में निकलें। जिलों में एसपी, एसएसपी हर दिन अलग-अलग थाना क्षेत्रों का भ्रमण करें। मुख्यमंत्री ने गाड़ियों की रैंडम चेकिंग करने को भी कहा।
जुलाई में महिला सुरक्षा के लिए विशेष जागरुकता अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि जुलाई माह में प्रदेश के सभी स्कूलों में महिला कल्याण और पुलिस विभाग मिलकर महिला सुरक्षा संबंधी प्राविधानों के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री ने महिला पावर लाइन 1090 और महिला कल्याण विभाग की हेल्पलाइन 181 को यूपी 100 से एकीकृत किए जाने के भी निर्देश दिए।
    
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओम प्रकाश सिंह, डीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव महिला कल्याण मोनिका गर्ग, एडीजी कार्मिक नीरा रावत, एडीजी भर्ती बोर्ड रेणुका मिश्रा, एडीजी महिला सम्मान प्रकोष्ठ अंजू गुप्ता और एडीजी लोक शिकायत तनुजा श्रीवास्तव मौजूद थीं।