एयर इंडिया की पायलट कैप्टन जोया अग्रवाल को संयुक्त राष्ट्र में महिला प्रवक्ता नियुक्त किया गया है। जोया का इतने बड़े मंच पर ये सम्मान पाना भारतीय बेटियों के लिए गर्व की बात है।
नई दिल्ली। 'आज मैं ऊपर आसमां नीचे, आज मैं आगे जमाना है पीछे।' इस गीत की लाइनें एयर इंडिया की कैप्टन जोया अग्रवाल पर सटीक बैठती हैं। कम उम्र में संयुक्त राष्ट्र में महिला प्रवक्ता के तौर पर चुनी जाने वाली कैप्टन जोया ने भारत का मान तो बढ़ाया ही है। साथ ही देश की बेटियों को भी एक संदेश दिया है कि बेटियां कुछ भी कर सकती हैं।
कई ऐतिहासिक काम जोया के नाम
जोया अग्रवाल इससे पहले 2021 में अमेरिका से बंगलुरू तक प्लेन लाने में एक नया कीर्तिमान बना चुकी हैं। दरअसल वो उत्तरी ध्रुव मार्ग से प्लेन लेकर आयीं थीं, जिसे सबसे अधिक खतरनाक माना जाता है। ऐसा करने वाली वो भारत की पहली महिला पायलट हैं। इस उड़ान में उनके साथ तीन अन्य महिला पायलट भी थीं, जिनके सपोर्ट से उन्होंने ये सब कर दिखाया। उन्होंने ये सफर मात्र 17 घंटे में पूरा किया है। 2013 में जोया ने बोइंग 777 विमान उड़ाकर एक नया इतिहास रच दिया। वो ऐसा करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला पायलट बनीं। 2015 में जोया ने दुनिया का ध्यान तब अपनी ओर आकर्षित किया, जब उड़ान के दौरान एक यात्री को सांस फूलने में दिक्कत हुई, तो उन्होंने प्लेन को वापिस मोड़ने का फैसला किया। वो प्लेन को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट लेकर लौटीं और यात्री की जान बच सकी। कोरोना की पहली लहर के दौरान विदेशों में फंसे भारतीय को बचाने के लिए भारत सरकार ने 'वंदे भारत मिशन' की शुरुआत की और जोया को सह पायलट के तौर पर चुना।
मध्यवर्गीय परिवार से है ताल्लुक
जोया अग्रवाल को भारत की उड़न परी के नाम से जाना जाता है। एक मध्यवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली जोया ने मात्र 8 साल की उम्र से ही आसमान में उड़ने का सपना देखना शुरू किया। जब वह कक्षा दस में आईं, तो उन्होंने परिवार को अपने सपने के बारे में बता दिया। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए खूब मेहनत की और उनके पीछे दौड़ती रहीं और सफल भी हुईं। जोया अग्रवाल एयर इंडिया की सबसे यंग महिला कैप्टन है। आज भारत की सबसे सफल महिला पायलटों में उनका नाम लिया जाता है। कैप्टन जोया अग्रवाल को 10 साल विमान उड़ाने का एक्सपीरियंस भी है।
बनीं संयुक्त राष्ट्र की महिला प्रवक्ता
हाल ही में एयर इंडिया की कैप्टन जोया अग्रवाल को संयुक्त राष्ट्र ने महिला प्रवक्ता नियुक्त किया है। उनके चयन से भारत का मान दुनिया में बढ़ा है। जोया कहती हैं कि संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच पर उन्हें भारत के ध्वजवाहक का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला, वे उनके लिए गौरव की बात है। कैप्टन जोया को जेनरेशन इक्वलिटी के तहत यह जिम्मेदारी दी गई है। कैप्टन जोया हर भारतीय लड़की से अपील करती हैं कि आसपास का माहौल क्या है, कौन क्या कहता है उसकी परवाह बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। आप सपने देखिए और उनको पूरा करने के लिए जुट जाइए।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.