महिला सशक्तीकरण पर हुई बात
चंबा। महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर हर प्रकार की हिंसा से बच सकती हैं। महिलाएं पूर्ण रूप से पति और परिवार पर निर्भर होती हैं। इसकी वजह से वे हिंसा का शिकार बनती हैं। अगर महिला आत्मनिर्भर होगी, तो उन्हें किसी की हिंसा सहने को मजबूर नहीं होना होगा। अपराजिता अभियान के तहत 15 दिसंबर को हिम नवोदय नर्सिंग स्कूल में महिला सशक्तीकरण पर आयोजित परिचर्चा में पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका ने प्रशिक्षुओं से कही। इस दौरान डॉ. मोनिका ने महिला सुरक्षा के लिए बनाए गए शक्ति एक के उपयोग की जानकारी दी। महिला हेल्पलाइन नंबरों के बारे में भी बताया। आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. केशव वर्मा ने महिलाओं के सशक्तीकरण पर विचार रखे। चाइल्ड लाइन समन्वयक कपिल शर्मा, इंस्टीट्यूट के चेयरमैन अरविंद ठाकुर ने भी सजग व सतर्क रहने की सीख दी। अंत में सभी ने अपराजिता शपथ ली। (15-12-18)
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.