श्रावस्ती के तराई क्षेत्र में रहने वाले थारू समाज में साक्षरता दर बेहद कम हैं। पारिवारिक बंधनों और रीति-रिवाजों में बंधी यहां की महिलाएं बेहद पिछड़ी हुई हैं। लेकिन एक छोटे से प्रयास से यहां की महिलाओं के जीवन में एक ऐसा परिवर्तन आया कि महिलाएं अब खुलकर जीना सीख गई हैं। इस समाज की महिलाओं ने अब पढ़ना-लिखना शुरू कर दिया है।